जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मददगार ‘निर्मित आर्द्रभूमि’ की कार्बन सोखने की क्षमता उम्र के साथ कम होती है—क्या है वजह

जलवायु परिवर्तन

जलवायु परिवर्तन आज दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है। बढ़ते कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emissions) को नियंत्रित करने के लिए वैज्ञानिक नए-नए तरीकों पर शोध कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है निर्मित आर्द्रभूमि (Constructed Wetlands) मानवनिर्मित ऐसे तालाब या दलदली क्षेत्र है जो न सिर्फ पर्यावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि वातावरण … Read more

महाकुंभ 2025: क्या गंगा की डुबकी सुरक्षित है? संगम की जल गुणवत्ता और कचरा प्रबंधन पर उठते सवाल

महाकुंभ 2025 बाद गंगा का भविष्य

प्रयागराज की पावन धरती पर इस बार महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित हो रहा है। 4000 हेक्टेयर में फैले इस मेले में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। लेकिन गंगा में डुबकी लगाने की परंपरा इस बार सवालों के घेरे में है। संगम की जल गुणवत्ता और … Read more

जयपुर में आर्किटेक्ट दंपत्ति कागज़ से अग्निरोधक, जलरोधक और पर्यावरण-अनुकूल घर बना रहे हैं

अपनी कंपनी ‘हेक्सप्रेशन्स’ के माध्यम से, अभिमन्यु सिंह और शिल्पी दुआ नवीकरणीय कागज़ के पैनलों का उपयोग करके किफायती, पर्यावरण-अनुकूल घरों का निर्माण कर रहे हैं, जो मजबूत, टिकाऊ और सतत हैं। जयपुर के आर्किटेक्ट अभिमन्यु सिंह और शिल्पी दुआ ने अपने उद्यम ‘हेक्सप्रेशन्स’ के साथ एक अपरंपरागत विचार को वास्तविकता में बदल दिया है। … Read more

भारत ने बनाई सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन ट्रेन, रेल मंत्री ने दी जानकारी।

Hydrogen Train

इस समय पूरी दुनिया पर्यावरण को लेकर चिंतित है. ऐसे में भारत ने हाइड्रोजन ट्रेन बना लिया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. भारत ने दुनिया का सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन ट्रेन विकसित कर लिया है. अश्विनी वैष्णव ने दी … Read more

ई-रिक्शा: पर्यावरण के लिए समाधान या नई समस्या?

ई-रिक्शा ने हाल के वर्षों में भारत और अन्य देशों में परिवहन का एक लोकप्रिय साधन बन गया है। इसे पर्यावरण के अनुकूल विकल्प के रूप में देखा जाता है क्योंकि यह पेट्रोल या डीजल पर निर्भर नहीं है। ई-रिक्शा ने हाल के वर्षों में भारत और अन्य देशों में परिवहन का एक लोकप्रिय साधन … Read more

2024 में कोयले की मांग रिकॉर्ड 877 करोड़ टन तक पहुंचने की संभावना है, जिसमें एक फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।

चीन कोयला क्षेत्र में अग्रणी देश है, दुनिया का एक तिहाई कोयला इसके बिजली संयंत्रों में जलता है कोयले की बढ़ती मांग पर अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट का खुलासा इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए) की नई रिपोर्ट “कोल 2024: एनालिसिस एंड फॉरकास्ट फॉर 2024″ के अनुसार, अगले साल यानी 2024 में वैश्विक कोयला मांग रिकॉर्ड 877 करोड़ टन … Read more