जयपुर में आर्किटेक्ट दंपत्ति कागज़ से अग्निरोधक, जलरोधक और पर्यावरण-अनुकूल घर बना रहे हैं

अपनी कंपनी ‘हेक्सप्रेशन्स’ के माध्यम से, अभिमन्यु सिंह और शिल्पी दुआ नवीकरणीय कागज़ के पैनलों का उपयोग करके किफायती, पर्यावरण-अनुकूल घरों का निर्माण कर रहे हैं, जो मजबूत, टिकाऊ और सतत हैं। जयपुर के आर्किटेक्ट अभिमन्यु सिंह और शिल्पी दुआ ने अपने उद्यम ‘हेक्सप्रेशन्स’ के साथ एक अपरंपरागत विचार को वास्तविकता में बदल दिया है। … Read more

जलवायु परिवर्तन से पौधों के अंकुरण में हो रहा बदलाव, बिगड़ रहा पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन

कुछ पौधे गर्म तापमान के साथ जल्द ढल जाते हैं, ऐसे में वो प्रतिक्रिया स्वरूप मौसम से पहले ही जल्द अंकुरित हो जाते हैं। वहीं अन्य प्रजातियां इन बदलावों का सामना करने के लिए उतनी तैयार नहीं हो पाती है। हमारी धरती पहले से कहीं ज्यादा तेजी से गर्म हो रही है, ऐसे में यह … Read more

अंधाधुंध बजरी खनन से संकट में घड़ियालों का कुनबा

चंबल नदी अभ्यारण्य

धौलपुर स्थित चंबल नदी वन्यजीवों के लिए एक बेहतर सुरक्षित आशियाना माना जाता है इसका स्वच्छ जलीय पानी वन्यजीवों के लिए जीवनदान है। हालांकि बीते कुछ सालों से नदी किनारों से बजरी के अवैध खनन के कारण घड़ियालों की संख्या को नुक़सान पहुंचा है। घड़ियालों की बड़ी संख्या चंबल नदी के किनारों पर प्रवास करती … Read more

झारखंड के इंजीनियर ने बनाई जलकुम्भी से साड़ियां, तालाब हुआ साफ़ और 450 महिलाओं को मिला रोज़गार

Jalkumbhi

झारखंड के इंजीनियर गौरव आनंद, तालाब में उगने वाली जलकुंभी से बना रहे हैं खूबसूरत साड़ियां और दे रहे हैं गांव की 450 महिलाओं को रोजगार। जलकुम्भी के फूल और पौधे दिखने में तो बेहद खूबसूरत होते हैं लेकिन जलीय प्राणियों के लिए ये बेहद खतरनाक होती हैं। तेज़ी से फैलने के कारण ये जल्द … Read more

भारत ने बनाई सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन ट्रेन, रेल मंत्री ने दी जानकारी।

Hydrogen Train

इस समय पूरी दुनिया पर्यावरण को लेकर चिंतित है. ऐसे में भारत ने हाइड्रोजन ट्रेन बना लिया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. भारत ने दुनिया का सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन ट्रेन विकसित कर लिया है. अश्विनी वैष्णव ने दी … Read more

महाकुंभ 2025 : प्रयागराज में लगभग 56,000 वर्ग मीटर घने जंगल उगाए गए, जापानी मियावाकी पद्धति का किया उपयोग

Mahakumbh2025

प्रयागराज नगर निगम मियावाकी पद्धति का उपयोग कर शहर के कई हिस्सों में घने जंगल उगा रहे हैं। निगम ने पिछले दो वर्षों में 55,800 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर करते हुए शहर में 10 से ज्यादा स्थानों पर वृक्षारोपण किया है। नैनी औद्योगिक क्षेत्र में सबसे बड़ा वृक्षारोपण किया गया है, जिनमें 63 … Read more